
Faridabad woman in pit केस ने हरियाणा पुलिस, स्थानीय प्रशासन और समाज की संवेदनशीलता पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। यह मामला जितना भयावह है, उतना ही दुर्भाग्यपूर्ण भी — एक पढ़ी-लिखी महिला Tanu Kumar का शव उसके ही ससुराल के बाहर 10 Feet गहरे गड्ढे में दफन मिला।
21 जून को जब फरीदाबाद पुलिस ने एक लापता महिला की जांच में प्रगति की, तब उन्हें यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ। महीनों से गायब चल रही Tanu Kumar को आखिरकार उसी जगह दफनाया गया था, जहां वो कभी बहू बनकर आई थी।
लापता महिला की गुमशुदगी नहीं, हत्या थी
मार्च 2025 में Tanu Kumar अचानक लापता हो गई थीं। उनके ससुरालवालों ने कहा कि वह घर छोड़कर चली गई हैं। लेकिन तनु के मायके वालों को शुरू से ही संदेह था कि मामला इतना सीधा नहीं है।
तनु की मां ने पुलिस को बताया था कि बेटी अक्सर फोन पर उसे प्रताड़ना की बातें बताती थी। कई बार दहेज को लेकर मारपीट की गई, मानसिक उत्पीड़न किया गया।
मायकेवालों ने पुलिस और महिला आयोग से भी संपर्क किया, लेकिन हर बार “पारिवारिक विवाद” कहकर केस बंद कर दिया गया।
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शव की बरामदगी ने खोले छुपे राज
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, पुलिस को एक सुराग मिला — तनु के ससुराल के सामने जमीन में ताजा खुदाई हुई थी। यह जगह जल्दी से सीमेंट से ढक दी गई थी, जिससे शक और गहराया।
पुलिस ने जब खुदाई करवाई, तब 10 Feet गहराई में एक महिला का सड़ा-गला शव मिला। फोरेंसिक टीम ने कपड़े और हड्डियों की जांच से पुष्टि की कि यह शव Tanu Kumar का ही है — वही महिला जिसे ‘लापता’ बताया गया था।
Faridabad woman in pit केस अब महज गुमशुदगी नहीं रहा, यह एक स्पष्ट हत्या बन गया है।
ससुरालवाले हुए फरार, पुलिस तलाश में
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि तनु का पति, सास, ससुर और देवर — सभी फरार हैं। FIR दर्ज की गई है IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूत मिटाना), 498A (दहेज उत्पीड़न) और 34 (साजिश) के तहत। स्थानीय थानों के साथ-साथ महिला पुलिस सेल भी इन आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन्हें दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न ठिकानों पर खोजा जा रहा है।
Tanu Kumar की चुप्पी समाज के लिए चेतावनी
Tanu Kumar, जो कभी अपने करियर और शादी को लेकर उत्साहित थी, उसे किस हाल में मारा गया — यह घटना समाज की चुप्पी पर सवाल खड़े करती है।
उसकी मां ने कहा, “वो हर दिन रोती थी। ससुराल में ताना, मारपीट, खाना न देना — सबकुछ था। हमने सबको बताया, पर कोई सुनने को तैयार नहीं था।”
Faridabad woman in pit: पड़ोसी भी अब शर्मिंदा
इस केस में पड़ोसियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। महीनों तक तनु गायब रही, लेकिन किसी ने कोई रिपोर्ट नहीं की।
एक पड़ोसी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “हमें लगा कोई घरेलू मामला है। हमने दखल नहीं दिया। अब लगता है गलती हुई।”
सोशल मीडिया पर Justice for Tanu का ट्रेंड
जैसे ही मीडिया में “Faridabad woman in pit” मामला सामने आया, सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा।
‘#JusticeForTanu’ ट्रेंड करने लगा और हजारों लोगों ने इस हत्या की कड़ी निंदा की।
एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, “आज Tanu गई है, कल कोई और जाएगी। हम कब तक चुप रहेंगे?”
‼️Faridabad Murder Case: Tannu Kumar was killed by her in laws and her body was buried in a pit two months ago. Her father in law has confessed to strangling and killing!
No uproar on this by feminists! They speak more time criticizing Men’s rights activists than speaking for… pic.twitter.com/Dl02SHPk0p— Mini (@perfectminz) June 21, 2025
Source: Mini(@perfectminz)
महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल
हरियाणा, NCR और देशभर में महिला सुरक्षा को लेकर पहले से ही चिंताएं हैं। NCRB रिपोर्ट्स बताती हैं कि घरेलू हिंसा और ससुरालजनित हत्याएं लगातार बढ़ रही हैं।
Tanu Kumar की हत्या इस ट्रेंड को और गंभीर बनाती है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस घटना को “भारत की न्याय प्रणाली के लिए एक शर्मनाक क्षण” कहा है। उन्होंने मामले की CBI जांच की मांग की है।
पुलिस की भूमिका: देरी या लापरवाही?
तनु के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि अगर पुलिस ने शुरू से ही गंभीरता दिखाई होती, तो शायद आज Tanu Kumar जीवित होती।
“हमने कई बार शिकायत की, लेकिन थानेदार साहब हर बार समझौता करने को कहते थे,” तनु के पिता ने कहा।
क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता के तहत:
- धारा 302: हत्या के लिए आजीवन कारावास या फांसी
- धारा 201: सबूत मिटाने पर 7 साल तक की सजा
- धारा 498A: पत्नी के साथ क्रूरता के लिए 3 साल की सजा
अब पुलिस कॉल रिकॉर्ड्स, व्हाट्सएप चैट और सीसीटीवी फुटेज से सुराग इकट्ठा कर रही है।
Tanu Kumar का मामला सिर्फ एक केस नहीं
Faridabad woman in pit एक घटना भर नहीं, बल्कि यह उन हजारों महिलाओं की कहानी है जो ससुराल में घुट-घुट कर जीती हैं।
यह केस हमें मजबूर करता है सोचने को —
- क्या हमारे समाज में महिलाएं सुरक्षित हैं?
- क्या घरेलू हिंसा को आज भी ‘पारिवारिक मामला’ मानकर नजरअंदाज किया जाएगा?
- क्या न्याय सिर्फ मीडिया कवरेज से मिलेगा?परिवार की मांग: फांसी हो, तभी मिलेगा चैन
Tanu Kumar के परिजनों ने साफ कहा है कि उन्हें किसी समझौते की जरूरत नहीं — सिर्फ न्याय चाहिए।
“हमारी बेटी की कब्र 10 फीट नीचे बनाई गई, लेकिन हमारा गुस्सा और दर्द उससे कहीं गहरा है,” तनु की मां ने कहा।
निष्कर्ष: कब तक दबती रहेंगी बेटियों की आवाज़ें?
Tanu Kumar की हत्या ने एक बार फिर याद दिलाया कि घर की चारदीवारी के भीतर जो होता है, वह अक्सर पुलिस और समाज की नजरों से छिपा रह जाता है।
“Faridabad woman in pit” जैसे मामलों को रोकने के लिए न सिर्फ कानून सख्त होने चाहिए, बल्कि पड़ोसियों, रिश्तेदारों और नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी।
अगर आप या कोई जानने वाला घरेलू हिंसा से जूझ रहा है, तो तुरंत 181 (महिला हेल्पलाइन) पर कॉल करें। आपकी सतर्कता किसी की जिंदगी बचा सकती है।
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