
Kolkata Law College में एक छात्रा के साथ हुई गैंगरेप की भयावह घटना ने कोलकाता की सड़कों से लेकर पूरे राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। यह मामला न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल के शैक्षणिक संस्थान किस कदर असुरक्षित होते जा रहे हैं। यह पूरी घटना RG Kar Medical College में हुई घटना की भयावह यादें ताजा कर देती है, जहां पिछले वर्ष एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था।
South Calcutta Law College की एक 24 वर्षीय छात्रा मंगलवार शाम कॉलेज फॉर्म भरने पहुंची थी। आरोप है कि कॉलेज परिसर के भीतर ही तीन युवकों ने उसे बंधक बनाया, पीटा और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने इस पूरे कृत्य को मोबाइल में रिकॉर्ड भी किया और वीडियो वायरल करने की धमकी दी।
South Calcutta Law College बना अपराध का अड्डा
घटना शाम करीब 7:30 बजे शुरू हुई और रात 10:50 बजे तक पीड़िता बंधक रही। इस बीच आरोपियों ने कॉलेज के गार्ड रूम में ही उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। मुख्य आरोपी Manojit Mishra है, जो Kolkata Law College का पूर्व छात्र है और Trinamool Congress के छात्र संगठन से जुड़ा रहा है। दो अन्य आरोपी—Zaib Ahmed और Pramit Mukherjee—कॉलेज के ही सीनियर छात्र हैं।
पीड़िता ने Kasba Police Station में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि बलात्कार हुआ था और पीड़िता के शरीर पर गहरे जख्म व प्रतिरोध के निशान थे।
Kolkata Gang-Rape: Law Student Gangraped in College, TMC Leader, Two Students Arrested
How @sagarikaghose gonna defend Mamata this time? pic.twitter.com/kVED2o0ZEX
— Lala (@Lala_The_Don) June 27, 2025
Source: Lala The Don
Trinamool Congress पर विपक्षी हमले, तस्वीरें बनीं हथियार
Trinamool Congress इस पूरे मामले में बैकफुट पर आ गई है। सोशल मीडिया पर Manojit Mishra की पार्टी के नेताओं, खासकर Abhishek Banerjee के साथ तस्वीरें वायरल हो गई हैं। BJP ने आरोप लगाया कि आरोपी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था और यही वजह है कि वह कॉलेज परिसर में बेरोकटोक घूम रहा था।
TMC ने इन आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि Mishra का पार्टी से अब कोई लेना-देना नहीं है और कानून अपना काम करेगा। फिर भी, विपक्ष का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है और Trinamool Congress की छवि पर सवाल उठने लगे हैं।
RG Kar Medical College केस से तुलना क्यों हो रही है
इस मामले की तुलना सीधे RG Kar Medical College की घटना से की जा रही है, जिसमें एक महिला डॉक्टर के साथ पहले दुष्कर्म और फिर हत्या हुई थी। उस समय भी आरोप लगे थे कि आरोपी किसी छात्र संगठन से जुड़े थे और प्रशासनिक संरक्षण उन्हें प्राप्त था।
दोनों घटनाओं में समानता यह है कि दोनों ही अपराध शिक्षा संस्थानों में हुए, जहां छात्राएं खुद को सुरक्षित मानती हैं। ये मामले यह सवाल उठाते हैं कि क्या कॉलेज परिसरों में कोई सुरक्षा ढांचा है या छात्राओं को सिर्फ अपने भाग्य के भरोसे छोड़ दिया गया है?
Source: Republic World
Campus Security पर फिर उठे सवाल
Kolkata Law College में यह घटना कॉलेज की सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाती है। न तो कॉलेज परिसर में सीसीटीवी थे, न ही कोई सख्त प्रवेश-नियंत्रण व्यवस्था। यह बताता है कि कॉलेज प्रशासन कितना लापरवाह रहा।
कई शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि जब तक कॉलेज परिसरों में सुरक्षा को लेकर सख्त गाइडलाइंस लागू नहीं की जातीं, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहेगी। South Calcutta Law College जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में ऐसी घटना होना प्रशासन की विफलता का स्पष्ट प्रमाण है।
National Commission for Women ने भेजा नोटिस
घटना सामने आने के बाद National Commission for Women (NCW) ने तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए Kolkata Police को नोटिस भेजा है। आयोग ने तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की है और कहा है कि पीड़िता को पूर्ण सुरक्षा और मनोवैज्ञानिक सहायता दी जाए।
NCW की अध्यक्ष ने बयान में कहा कि यह मामला महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पश्चिम बंगाल सरकार की गंभीर लापरवाही को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि कानून को ऐसे मामलों में शीघ्र और कठोर सजा देनी चाहिए ताकि कोई और Manojit Mishra ऐसा अपराध करने की हिम्मत न कर सके।
छात्र संगठनों में आक्रोश, विरोध प्रदर्शन शुरू
घटना के बाद Kolkata Law College के छात्र संगठनों में आक्रोश फैल गया है। कई छात्रों ने कॉलेज गेट पर विरोध प्रदर्शन किया और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। छात्राओं ने खुलकर कहा कि वे खुद को कॉलेज के भीतर भी सुरक्षित महसूस नहीं करतीं।
छात्रों ने यह भी मांग की कि कॉलेज में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र निगरानी समिति बनाई जाए, और साथ ही कैंपस में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर कड़ा नियंत्रण हो।
FIR और Fast Track Court में सुनवाई की तैयारी
Kasba Police द्वारा दर्ज की गई FIR में गैंगरेप, आपराधिक धमकी और IT एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं। राज्य सरकार ने मामले को Fast Track Court में ले जाकर त्वरित सुनवाई का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने भी ट्वीट कर कहा कि “ऐसे अपराधों में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”
हालांकि, राजनीतिक आलोचक इस बयान को सिर्फ एक औपचारिक प्रतिक्रिया मानते हैं और कहते हैं कि सरकार को अब दिखावटी नहीं, ठोस कार्रवाई करनी होगी। खासकर Trinamool Congress के उस पूर्व छात्र का नाम आने से राज्य सरकार पर भारी दबाव बन गया है।
सार: यह मामला है सिस्टम की असफलता का प्रतीक
Kolkata Law College में हुई यह घटना सिर्फ एक कानून व्यवस्था का मामला नहीं, बल्कि एक संस्थागत विफलता की कहानी है। एक बार फिर यह साबित हो गया है कि जब तक राजनीतिक संरक्षण और प्रशासनिक लापरवाही पर कड़ा प्रहार नहीं किया जाएगा, तब तक महिलाओं की सुरक्षा एक नारा बनकर रह जाएगी।
RG Kar Medical College की घटना के बाद यह दूसरा बड़ा मामला है, जिसने बंगाल में महिला सुरक्षा की असलियत उजागर की है। अब वक्त है कि राज्य सरकार, कॉलेज प्रशासन और छात्र संगठन मिलकर ऐसे मामलों को रोकने के लिए ठोस उपाय करें, वरना यह सिलसिला कभी खत्म नहीं होगा।
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