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Faridabad में दर्दनाक हादसे! बारिश के बीच दो लोगों की गई जान – देखिए खौफनाक मंजर

Faridabad

Source: NDTV

Faridabad, July 2025 — Haryana के Faridabad शहर में सोमवार को दो अलग-अलग सड़क हादसों ने दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। बारिश से फिसलन भरी सड़कों और लापरवाह बिजली व्यवस्था के कारण दो निर्दोष लोगों की जान चली गई। एक हादसा बाइक स्लिप होने से हुआ, जबकि दूसरा केस करंट लगने का था।

पहली घटना में, एक युवक बाइक से जा रहा था, तभी अचानक उसका नियंत्रण बिगड़ गया और बाइक डिवाइडर से टकरा गई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। दूसरी घटना एक महिला की थी, जो बरसात के पानी में छिपे बिजली के तार की चपेट में आ गई। दोनों मामलों ने लोगों के दिलों को झकझोर कर रख दिया है और शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Source: DNA

Faridabad बारिश बनी हादसों की वजह, बुनियादी सुविधाओं पर सवाल

शहर में रविवार रात से हो रही तेज़ बारिश ने कई इलाकों में जलभराव कर दिया था। ऐसे में सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया था। जहां एक ओर युवा की बाइक फिसलने से जान गई, वहीं दूसरी तरफ एक महिला घर लौटते समय जलभराव में फंस गई और करंट की चपेट में आ गई।

स्थानीय लोगों के अनुसार, महिला ने जैसे ही गली में कदम रखा, वह अचानक गिर पड़ी और बेहोश हो गई। लोगों ने तुरंत मदद की कोशिश की और उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से मोहल्ले में शोक की लहर है। लोग इस हादसे के लिए नगर निगम की लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

बाइक हादसे में मारे गए युवक की उम्र करीब 25 वर्ष थी। वह ऑफिस से घर लौट रहा था। लोगों ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वहीं, महिला की पहचान एक मार्बल व्यापारी की पत्नी के रूप में हुई है।

घटनाओं के बाद दोनों इलाकों में मातम का माहौल है। महिला के घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा है। पड़ोसी उसे मिलनसार और मददगार बताते हैं। युवक के दोस्त और सहकर्मी सदमे में हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर दुख जताया और प्रशासन से सवाल किए कि ऐसी घटनाएं कब रुकेंगी?

शहर में बुनियादी सुरक्षा की कमी उजागर

इन दोनों हादसों ने यह साफ कर दिया है कि फरीदाबाद में बुनियादी सुरक्षा के इंतज़ाम बेहद कमजोर हैं। बारिश आते ही सड़कों पर पानी भर जाता है, और खुले बिजली के तार मौत का जाल बन जाते हैं।

स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम से मांग की है कि शहर के सभी इलाकों की बिजली व्यवस्था और सड़कें समय रहते जांची जाएं। पानी निकासी के उचित उपाय किए जाएं और बारिश से पहले तैयारियां की जाएं। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने वक्त रहते कदम उठाए होते, तो इन दो मासूम जिंदगियों को बचाया जा सकता था।

Police जांच में जुटी, परिवारों को इंसाफ की उम्मीद

Police ने दोनों मामलों को एक्सीडेंटल डेथ के तौर पर दर्ज किया है। हालांकि, अधिकारियों ने जांच का भरोसा दिलाया है। बिजली विभाग को नोटिस भेजा गया है और गली में लगे ट्रांसफॉर्मर की स्थिति की समीक्षा की जा रही है।

उधर, परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इन हादसों को प्रशासन की विफलता करार दिया है। एक यूजर ने लिखा, “यह सिस्टम की नाकामी है, हम अपने ही शहर में सुरक्षित नहीं हैं।”

यह हादसे सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, बल्कि दो परिवारों के सपनों का अंत हैं। Faridabad Accident जैसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि सुरक्षित शहर की परिभाषा सिर्फ बड़ी इमारतों और चौड़ी सड़कों से नहीं होती, बल्कि आम आदमी की सुरक्षा से होती है।

अब वक्त आ गया है कि नगर निगम, बिजली विभाग और ट्रैफिक Police मिलकर ऐसे हादसों को रोकने की ठोस योजना बनाएं। इन दो दुखद घटनाओं से सबक लेते हुए, अगर फरीदाबाद बेहतर तैयारी करता है, तो शायद किसी और परिवार को ऐसी पीड़ा न झेलनी पड़े।

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