
Mumbai: सोशल मीडिया की जानी-मानी Influencer Rajshree More एक नए विवाद में घिर गई हैं। उन्होंने हाल ही में यह दावा किया कि उन्हें मराठी समुदाय को लेकर की गई टिप्पणी पर टारगेट किया जा रहा है। राजश्री ने आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया पर उनकी राय को गलत तरीके से पेश किया गया और इसके बाद उन्हें भारी ट्रोलिंग और ऑनलाइन धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।
राजश्री More की यह टिप्पणी उस वीडियो से जुड़ी है जिसमें उन्होंने मुंबई में गैर-मराठी बोलने वालों के अनुभव को साझा किया था। वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर #BoycottRajshreeMore जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। इस घटना ने डिजिटल स्पेस में अभिव्यक्ति की आज़ादी और सांस्कृतिक पहचान को लेकर नई बहस छेड़ दी है।
“मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया” — Rajshree More
Influencer Rajshree More ने सोशल मीडिया पर भावुक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि उनके शब्दों को जानबूझकर गलत अर्थों में लिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं मराठी संस्कृति का सम्मान करती हूं। मेरी टिप्पणी किसी समुदाय को नीचा दिखाने के लिए नहीं थी, बल्कि मेरे व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करने के लिए थी।”
राजश्री ने बताया कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से लगातार ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है। “मेरे खिलाफ नफरत भरे मैसेज और धमकियां भेजी जा रही हैं। मेरी आवाज़ दबाने की कोशिश हो रही है। क्या हम सच बोल भी नहीं सकते?” उन्होंने यह सवाल उठाया।
Source: ANI NEWS
Video viral होने के बाद मचा बवाल
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब Rajshree More ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि मुंबई में मराठी न बोल पाने के कारण उन्हें कई बार अलग महसूस हुआ। उनका यह व्यक्तिगत अनुभव कुछ लोगों को चुभ गया और सोशल मीडिया पर नाराजगी फैल गई।
वीडियो वायरल होते ही एक वर्ग ने इसे “मराठी विरोधी” बताते हुए जमकर विरोध किया। ट्विटर (अब X) पर लोग उनके खिलाफ मोर्चा खोल बैठे और राजश्री को माफी मांगने की मांग की जाने लगी। कुछ कट्टरपंथी समूहों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
विवाद ने लिया राजनीतिक मोड़
राजश्री More का मामला केवल एक सोशल मीडिया विवाद तक सीमित नहीं रहा। कुछ क्षेत्रीय संगठनों ने इस पर नाराज़गी जताते हुए इसे “मराठी अस्मिता का अपमान” बताया। यह विवाद धीरे-धीरे राजनीतिक रंग लेने लगा, जहां कुछ स्थानीय नेताओं ने राजश्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
हालांकि अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन मुंबई साइबर सेल ने पुष्टि की है कि वे पूरे प्रकरण पर नज़र बनाए हुए हैं। यह मामला डिजिटल फ्रीडम और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के बीच संतुलन को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
Influencer समुदाय से मिला समर्थन
जहां एक ओर Rajshree More को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है, वहीं कई बड़े डिजिटल क्रिएटर्स उनके समर्थन में उतर आए हैं। फेमस यूट्यूबर और Influencer Prajakta Koli, Dolly Singh और Sanket Bhosale जैसे नामों ने राजश्री के पक्ष में स्टैंड लिया।
इन सभी ने कहा कि किसी की राय से असहमति हो सकती है, लेकिन ट्रोलिंग और धमकी देना गलत है। कई क्रिएटर्स ने यह भी कहा कि एक व्यक्ति का अनुभव हर किसी के लिए समान नहीं होता। “अगर कोई अपने अनुभव साझा कर रहा है, तो उसे चुप कराने की कोशिश नहीं होनी चाहिए,” ऐसा एक पोस्ट में कहा गया।
सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आज़ादी पर सवाल
इस प्रकरण ने सोशल मीडिया पर फ्री स्पीच की सीमाओं पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। Influencer Rajshree More जैसे डिजिटल क्रिएटर्स को अब यह डर सताने लगा है कि एक छोटी सी टिप्पणी उनके करियर को खतरे में डाल सकती है।
कानूनी जानकारों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं कंटेंट क्रिएटर्स में भय का माहौल बना रही हैं। एक वरिष्ठ साइबर कानून विशेषज्ञ ने कहा, “आज एक पोस्ट से न सिर्फ ऑनलाइन ट्रोलिंग शुरू हो जाती है, बल्कि लोग कानूनी कार्रवाई तक की धमकी देने लगते हैं। यह स्वतंत्र अभिव्यक्ति के लिए खतरा है।”
हालांकि, दूसरी ओर कुछ सामाजिक संगठन यह भी कह रहे हैं कि क्रिएटर्स को सांस्कृतिक मुद्दों पर टिप्पणी करते समय जिम्मेदारी के साथ बोलना चाहिए।
Rajshree More कौन हैं?
Influencer Rajshree More डिजिटल स्पेस में एक जानी-पहचानी नाम हैं। वह फैशन, लाइफस्टाइल और सोशल कमेंट्री से जुड़े वीडियो बनाती हैं। उनकी फॉलोइंग इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर 7 लाख से अधिक है।
राजश्री अपने बोल्ड विचारों और सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बात करने के लिए जानी जाती हैं। हालांकि वह पहले भी कई बार ट्रोलिंग का सामना कर चुकी हैं, लेकिन यह विवाद उनके डिजिटल सफर का अब तक का सबसे गंभीर मोड़ साबित हो सकता है।
क्या आगे कानूनी कार्रवाई करेंगी Rajshree More?
वर्तमान में Rajshree More ने अपने सोशल मीडिया पर कमेंट्स सीमित कर दिए हैं और नए कंटेंट को कुछ समय के लिए रोक दिया है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, “मुझे वक्त चाहिए खुद को संभालने और समझने के लिए। मैं और मज़बूती से वापस लौटूंगी।”
राजश्री ने यह भी संकेत दिया कि वे उन लोगों के खिलाफ कानूनी कदम उठा सकती हैं जो उन्हें लगातार धमकियां दे रहे हैं। उनका कहना है, “साइबर बुलीइंग को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह भी एक तरह का अपराध है।”
निष्कर्ष
Rajshree More का यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि भारत जैसे विविधता वाले देश में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किसी भी सांस्कृतिक या भाषाई मुद्दे को लेकर बहस कितनी जल्दी तूल पकड़ सकती है। यहां न केवल डिजिटल क्रिएटर्स की जिम्मेदारी बढ़ती है, बल्कि दर्शकों की सहनशीलता भी परीक्षा में होती है।
यह विवाद इस ओर इशारा करता है कि आज का डिजिटल स्पेस सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं रहा, बल्कि वह सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक चर्चाओं का मुख्य मंच बन चुका है। Rajshree More की ये जंग एक बड़ी बहस का हिस्सा बन सकती है — कि क्या सोशल मीडिया पर सच्चाई कहने की कीमत बहुत ज़्यादा हो गई है?
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